कॉलेज से सिर्फ ग्रेज्युएट नहीं उद्यमी भी निकलें : शिक्षा मंत्री

श्रीनगर :  ग्रीष्मकालीन राजधानी में स्थित डिग्री कॉलेज बेमिना में जल्द ही एक मछली पालन तालाब स्थापित किया जाएगा। यह तालाब न सिर्फ छात्रों को मछली पालन की व्यावहारिक शिक्षा देगा बल्कि कॉलेज की आय का एक जरिया भी बनेगा।

उल्लेखनीय है कि राज्य में विभिन्न सरकारी कॉलेजों में राज्य सरकार के विशेष आग्रह पर विभिन्न प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। हर्बल गार्डन, बुटीक टेक्नोलॉजी, हस्तशिल्प विकास केंद्र, पेपरमाशी, फूड टेक्नोलॉजी जैसे ट्रेड और पाठयक्रम कई कॉलेजों में चल रहे हैं।

बेमिना कॉलेज में मछलीपालन तालाब स्थापित करने का निर्देश शिक्षामंत्री नईम अख्तर ने यहां कश्मीर संभाग के सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपलों और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की एक बैठक में जारी किए।

यह बैठक वादी के कॉलेजों में निकट भविष्य में होने जा रही वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियों के संदर्भ में बुलाई गई थी।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि बदले वैश्विक शैक्षिक परिवेश को देखते हुए अब कॉलेजों को औपचारिक शिक्षा केंद्र के साथ-साथ खुद को एक स्टार्ट-अप ब्रीडर के रूप में भी स्थापित करना होगा। इसलिए कॉलेज प्रबंधकों को बाजार की मांग व छात्रों में उनकी रुचि के मुताबिक विभिन्न प्रकार के कौशल भी पैदा करने होंगे। कॉलेजों को समाज के समक्ष चुनौतियों और छात्रों की जरूरतों को देखते हुए खुद को नए सिरे से स्थापित करना होगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज से निकलने के बाद छात्र रोजगार तलाशने के बजाय रोजगार देने में समर्थ हों, इसके लिए राज्य सरकार ने पहले ही कई ट्रेड चिन्हित किए हैं। उनमें छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वुमेन नवाकदल श्रीनगर और वुमेन कॉलेज गांधीनगर जम्मू में कौशल विकास के पाठयक्रम सफलतापूर्वक चल रहे हैं।

मंत्री ने कॉलेज प्रिंसिपलों को स्थानीय तौर पर प्रासंगिक ट्रेडस को चिन्हित कर, उनसे जुडे़ कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम अपने संस्थानों में शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि कॉलेजों से एक आम ग्रेज्युएट नौकरी हासलि करने को इच्छुक नहीं बल्कि दूसरों को रोजगार देने में समर्थ उद्यमी निकलना चाहिए।

उन्होंने कॉलेजों में लागू किए जा रहे ई-लिट्रेसी कार्यक्रम की मौजूदा स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में तरक्की के लिए प्रत्येक छात्र और कर्मी का ई-लिट्रेट होना जरूरी है।

Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.