पटना : ‘पर्वत पुरुष’ दशरथ मांझी कौशल विकास योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रम से इस साल 13530 महादलित युवक एवं युवती प्रशिक्षित होंगे। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ने प्रशिक्षण के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किये हैं। राज्य सरकार ने दिवंगत दशरथ मांझी की स्मृति में यह योजना लागू की है। श्री संतोष कुमार निराला (मंत्री, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग) ने कहा कि नौ ट्रेड को जीवनोपयोगी प्रशिक्षण के लिए चुना गया है। महादलित युवक एवं युवतियों के लिए संबंधित जिलों में प्रशिक्षण की व्यवस्था शुरू की गयी है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अन्य जिलों में शीघ्र ही विस्तार दिया जाएगा।
इन ट्रेड में होंगे प्रशिक्षित
सरकार ने महादलित युवक-युवतियों के लिए कौशल विकास योजना को निदान, आइआइएम और ईसीआईएल आदि संगठनों के माध्यम से जिलों में शुरू किया है। जो ट्रेड चयनित किये गये हैं, उनमें डीटीपी एवं इंटरनेट, इलेक्ट्रिकल वायरिंग, कम्प्यूटर एकाउंटिंग, भवन निर्माण, साइट सपोर्ट, सिक्युरिटी गार्ड, मोबाइल रिपेय¨रग, ब्यूटीशियन कोर्स, हास्पिटैलिटी एवं सालिड वेस्ट मैनेजमेंट शामिल हैं।
प्रशिक्षण के लिए इंटर योग्यता तय
सरकार ने मोबाइल रिपेयरिंग के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट रखी है। पटना, गया, नालंदा और भागलपुर को इस पाठ्यक्रम के लिए चुना गया है। ब्यूटीशियन कोर्स केवल मुजफ्फरपुर में संचालित होगा। छह माह के इस कोर्स की न्यूनतम योग्यता आठवीं पास है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए पांचवी पास योग्यता है और पटना जिले में ही केवल इसे लागू किया गया है।
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