नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में कौशल विकास केंद्र की शुरुआत की जा रही है। यह डीयू का एकमात्र कॉलेज है जहां इस तरह के केंद्र की शुरुआत की जा रही है।
शुरु किये गए नए कोर्स के बारे में खालसा कॉलेज के प्रिन्सिपल जसविंदर सिंह ने बताया कि कॉलेज में पहले से ही 21 अंडरग्रेजुएट कोर्स हैं। इसके अलावा बहुत से विदेशी भाषा से जुड़े कोर्स भी हैं। वेब जॉर्नलिस्म, स्पोर्ट्स मार्केटिंग के शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी कॉलेज द्वारा काफी समय से चलाए जा रहे हैं।
ई-लर्निंग और डिजिटल टेक्नोलॉजी की सुविधा है उपल्बध
यूजीसी ने योजना बनाई है कि नेशनल स्किल क्वालिटी फ्रेमवर्क के तहत कम्युनिटी कॉलेज, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा, बीवॉक, और एमवॉक कोर्सेज चलाये जाए। खालसा कॉलेज में पहले से ही ई लर्निंग और डिजिटल टेक्नोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है।
क्राइम मैनजेमेंट में मिलेगी मदद
बीवॉक और एमवॉक के अंतर्गत फोरेंसिक साइंस टेक्नोलॉजी में कोर्स शुरू किया गया है। इससे क्राइम मैनजेमेंट और क्राइम सीन मैनजेमेंट की जांच में मदद मिलेगी। कॉलेज के पास 11 पेटेंट रजिस्टर हैं। कॉलेज के छात्र दिल्ली पुलिस के साथ फोरेंसिक साइंस में पहले से ही काम करते आ रहे हैं।
ई-लर्निंग पर दिया जा रहा है ज़ोर
जसविंदर सिंह ने एम-लर्निंग और ई-लर्निंग के बारे में कहा कि खालसा कॉलेज ने पहले से ही ई-लर्निंग कंटेंट क्रिएशन में बहुत काम किया है। मानव संसाधन मंत्रालय के ‘स्वयं’ पोर्टल पर खालसा कॉलेज के 42 कोर्स पहले से ही लगे हुए हैं। प्रिंसिपल ने बताया कि आज ई-लर्निंग पर ज़ोर दिया जा रहा है।
प्लेसमेन्ट में मिलेगी मदद
कम्युनिकेशन इन मास मीडिया भी एक कोर्स है जिसके तहत टीवी, रेडियो, डिजिटल प्रोडक्शन में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पत्रकारिता में नैतिकता, तकनीक, प्रोडक्शन, पब्लिकेशन, स्पोर्ट्स जॉर्नलिस्म ट्रेनिंग, साइंस पब्लिकेशन में छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इस कोर्स से इंडस्ट्रियल पार्टनर को ट्रेनिंग में जोड़ा जाएगा जिससे प्लेसमेन्ट में भी मदद मिलेगी।
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