धर्मशाला (हिमाचल) : प्रदेश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में दीनदयाल स्कीम के तहत युवाआें को कौशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें प्रदेश के हजारों गरीब युवाओं को स्वरोजगार व निजी क्षेत्रों में रोजगार मिलेगा। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने प्रदेश को 135 करोड़ रुपए खर्च करने की मंजूरी दी है। योजना के तहत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं की तलाश कर निःशुल्क कौशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही ट्रेनिंग पूरी कर चुके 75 फीसदी युवाओं को रोजगार की गांरटी भी दी जा रही है। शुरुआती दौर में लेवल-3 व लेवल-4 के कोर्स करवाए जाएंगे। कोर्स की अवधि तीन से छह माह की रहेगी। इस स्कीम के शुरुआती दौर में जिला मुख्यालयों में ही ट्रेनिंग शुरू की जाएगी, और इसके साथ ही आगामी समय में यह स्कीम ब्लॉक या तहसील लेवल पर चलाई जाएगी। यह कोर्स पूरा करने के बाद एनएसक्यूएफ के तहत प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसका अगामी समय में भी फायदा होगा। इस कोर्स में गरीब परिवारों को प्रमुखता के साथ-साथ एससी व एसटी वर्ग को भी तवज्जो दी जाएगी। समान्य कोर्स करने के लिए दसवी-बारहवीं जरूरी रहेगी। दीनदयाल उपाध्याय स्कीम के मुख्य कार्यवहन अधिकारी भुवन शर्मा का कहना है कि प्रदेश में जल्द ही किसी कंपनी से कांट्रैक्ट कर योजना शुरू की जाएगी। यह कोर्स करने वाले आवेदकों को केंद्र सरकार की तरफ से एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
ये हैं कोर्स
एग्रीकल्चर, हैल्थ केयर, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हैंडलूम, डॉमेस्टिक इलेक्ट्रीशियन, रिटेल, गारमेंट्स, होस्पिटेलिटी, कंस्ट्रक्शन, फूड प्रोसेसिंग, आईसीटी, ट्रैवल एंड टूरिज्म।
Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.