हरदा (मध्य प्रदेश) : बिजली से चलने वाले उपकरणों की मरम्मत और हाउस वायरिंग जैसे काम से कोसों दूर रहने वाली शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियां भी अब घरों में बिजली फिटिंग, जली मोटर व पंखे की मरम्मत कर सकेंगी। यह संभव होगा पॉलीटेक्निक कॉलेज के माध्यम से चलाई जा रही सीडीटीपी योजना से। अगले सप्ताह से 4 माह के इस विशेष प्रशिक्षण की शुरुआत होगी।
पॉलीटेक्निक काॅलेज के प्राचार्य विजय तिवारी ने बताया अभी तक सीडीटीपी योजना के जरिए बेेजरोगार युवतियों के लिए सिलाई कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटी पार्लर जैसे प्रशिक्षण दिए जा रहे थे। हजारों युवतियां ने खुद का स्वराेजगार शुरू किया।
प्रशिक्षक संजय असंगे ने बताया प्रशिक्षण के दौरान ही 4 छात्रों ने स्वरोजगार शुरू कर दिया। सीडीसी सोहन तिवारी ने बताया प्रशिक्षण के दौरान छात्रों ने हाईवे पर चलने वाले वाहनों से बिजली पैदा करने का यंत्र भी बनाया। प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में हेमंत मोराने, राजेश सेजकर,दीपा सोनी आदि मौजूद रहे।
ट्रेनिंग देने का विश्वास दिलाया
सीडीपीपी याेजना के अांतरिक समन्वयक आबिद अली ने बताया कौशल विकास भवन नगर परिषद खिरकिया में 4 माह से इलेक्ट्रिशियन व हाउस वायरिंग ट्रेड का प्रशिक्षण चल रहा था। शुक्रवार को प्रमाण पत्र वितरण के दौरान मौजूद युवतियों ने भी इच्छा जताते हुए आवेदन दिया। प्राचार्य तिवारी ने कुछ नया सीखने की ललक को देखते हुए अगले माह से इन छात्राओं को उनकी मांग के अनुसार प्रशिक्षण देने का विश्वास दिलाया। तिवारी ने बताया बीते 4-5 साल में यह पहला मौका था जब लड़कियों ने बिजली फिटिंग व इससे जुड़े काम की ट्रेनिंग लेकर स्वरोजगार शुरू करने की इच्छा जताई।
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