चंडीगढ़ : हरियाणा ने आजीविका मिशन में बड़ी छलांग मारी है। राज्य इस मामले में 28वीं रैंक से 11वीं रैंक पर पहुंच गया है। रैंकिंग में सुधार की यह बात आवास व शहरी गरीबी उन्मूलन विभाग के सर्वे से सामने आई है। इस बारे में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने बताया कि शहरी इलाकों में गरीब तबके को आजीविका के अवसर मुहैया कराने तथा बुनियादी जरूरतों को मजबूती से पूरा करने की दिशा में हरियाणा को बड़ी कामयाबी मिली है। मंत्री ने बताया कि इस मिशन का मकसद लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराना और उनकी आय बढ़ाना है।
जैन ने बताया कि स्किल डिवेलपमेंट और रोजगार मुहैया कराने के लिए 8500 युवाओं का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 2839 अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं और 3453 की ट्रेनिंग चल रही है, जबकि अब तक 271 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी 80 पालिकाओं में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत डिमांड सर्वे का काम पूरा हो चुका है और इसमें 3.30 लाख लोगों ने अप्लाई किया है।
जैन के मुताबिक, पालिकाएं अपने स्तर पर इनकी जांच पड़ताल कर रही हैं, जिसके बाद विस्तृत कार्य योजना तैयार करके केंद्र सरकार को बजट के लिए भेजी जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के 18 शहरों में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत सड़क किनारे सामान बेचने वालों के लिए स्ट्रीट वेंडिंग पॉलिसी के तहत टेंडर अलॉट किए जा चुके हैं। जिसके जरिए सर्वे करके इन लोगों को योजनाबद्ध तरीके से रेहड़ी खड़ी करने के लिए स्थान मुहैया कराते हुए सामाजिक तौर पर संरक्षित किया जाएगा।
Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.