गुरुग्राम: युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए कौशल बढ़ाने वाली शिक्षा की आज जरूरत है। ताकि युवा रोजगार प्राप्त कर सके। केंद्र और प्रदेश सरकार हर युवा को कौशल शिक्षा और रोजगार देने की दिशा में प्रयासरत है।
यह बातें प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य और औद्योगिक प्रशिक्षण एवं कौशल मंत्री विपुल गोयल ने कही। वे सोमवार को उद्योग विहार स्थित एचएसआइआइडीसी के सभागार में एचवीएसयू (हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय) की ओर से उद्योग एकीकृत दोहरी शिक्षा मॉडल के तहत 10 नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाने के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने एचवीएसयू और अरनेस्ट एंड यंग कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई उद्योग एकीकृत दोहरी शिक्षा मॉडल की प्रोसेस मैन्युअल का भी विमोचन किया। इस मौके पर औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार तथा कौशल विकास विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता ने बताया कि 22 आइटीआइ संस्थानों को मॉडल आइटीआइ में परिवर्तित किया जाएगा जिनमें दोहरी शिक्षा मॉडल अपनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि वो यहां के आइटीआइ संस्थानों में 50 ट्रेडों में यह मॉडल लागू करने की स्वीकृति प्रदान करें।
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