स्किल डेवलपमेंट हब के रूप में जाना जाएगा फरीदाबाद-पलवल, खर्च होंगे Rs.1400 करोड़ : विपुल गोयल

फरीदाबाद : दिल्ली-मथुरा नेशनल हाईवे पर बसा पृथला क्षेत्र जल्द ही स्किल डेवलपमेंट हब के रूप में नजर आएगा। करीब 1400 करोड़ रुपए खर्च कर स्किल यूनिवर्सिटी के साथ-साथ अलग-अलग गांवों में चार आईटीआई बनाए जा रही हैं। क्षेत्र के फतेहपुर बिल्लौच गांव में मॉडर्न स्कूल और दयालपुर गांव में नर्सिंग कॉलेज बनेगा। इसकी प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है। वर्ष 2020 के बाद इन संस्थानों से हजारों की संख्या में औद्योगिक जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित यूथ निकलेंगे। ये युवा दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि देश के अन्य औद्योगिक जरूरतों के मैनपॉवर को पूरा करेंगे। इसमें स्किल यूनिवर्सिटी का योगदान सबसे अहम होगा। हाल ही में हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सुनपेड़ गांव में लड़कियों के लिए मॉडर्न आईटीआई खोलने की घोषणा की है। इस पर 400 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह मॉडर्न आईटीआई केंद्र सरकार के सहयोग से खोली जा रही है। यहां से हर साल करीब 1000 लड़कियां विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण लेकर रोजगार के लिए तैयार होंगी।

प्रदेश की पहली महिला मॉडर्न आईटीआई सुनपेड़ में

प्रदेश की पहली महिला मॉडर्न अाईटीआई सुनपेड़ में खोली जाएगी। राज्य के उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने 15 जुलाई को इसकी घोषणा की है। करीब 10 एकड़ में 400 करोड़ की लागत से महिला मॉडर्न आईटीआई बनाई जाएगी। इस आईटीआई का निर्माण केंद्र सरकार के सहयोग से बनाया जाएगा। राज्य सरकार इसका प्रस्ताव बनाकर भेज चुकी है। उद्योग मंत्री का कहना है कि इस आईटीआई में महिलाओं को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के योग्य बनाया जाएगा। हर साल करीब 1000 लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।

सात एकड़ में बनेगा नर्सिंग कॉलेज, 10 करोड़ की आएगी लागत, 2020 तक पूरा होंगे सभी प्रोजेक्ट

विधायक टेकचंद शर्मा के अनुसार दयालपुर गांव में 10 करोड़ रुपए की लागत से सात एकड़ में एक नर्सिंग कॉलेज बनाने की योजना है। ग्राम पंचायत ने सात एकड़ जमीन सरकार के नाम कर दी है। इस नर्सिंग कॉलेज बनाने की प्रशासनिक मंजूरी भी मिल चुकी है।

स्किल यूनिवर्सिटी 2020 तक होगी तैयार

फरीदाबाद-पलवल जिले के बीच बसे दुधौला गांव में हरियाणा ही नहीं, बल्कि एशिया की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी बन रही है। करीब 83 एकड़ में बन रही यह यूनिवर्सिटी मार्च 2020 तक बनकर तैयार हो जाएगी। इसके निर्माण में करीब 930 करोड़ रुपए खर्च होंगे। स्किल यूनिवर्सिटी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यहां युवाओं को आधुनिक तकनीक में दक्ष बनाया जाएगा। जैसे रोबोटिक टेक्नालॉजी, साइबर सिक्योरिटी सिस्टम, ऑटो मोबाइल, बैंकिंग प्रणाली, आईटी समेत अन्य आैद्याेगिक मांगों के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जाएगा। कैंपस शुरू होने के बाद यहां से हर साल करीब 4000 युवा विभिन्न तकनीकी प्रशिक्षण लेकर रोजगार के लिए तैयार होंगे। खासकर दिल्ली-एनसीआर के औद्याेगिक संस्थानों को यहां से योग्य कर्मचारी उपलब्ध होंगे।

11 राज्य सरकारें खोलेगी यूनिवर्सिटी

स्थानीय विधायक टेकचंद शर्मा ने बताया कि दुधौला में बन रही स्किल यूनिवर्सिटी की तर्ज पर देश के 11 राज्यों की सरकारें अपने-अपने यहां ऐसी यूनिवर्सिटी खोलना चाहती हैं। राज्यों ने इसके लिए हरियाणा सरकार से संपर्क कर स्किल यूनिवर्सिटी की जानकारी भी मांगी है। उन्होंने बताया मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के अधिकारी हरियाणा सरकार से संपर्क भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया स्किल यूनिवर्सिटी में प्रशिक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में गुड़गांव की कई कंपनियों से एमओयू हस्ताक्षर कर वहां 250 युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।

आईटीआई बनाने का काम युद्धस्तर पर

विधायक के अनुसार फतेहपुर बिल्लौच में करीब 6 करोड़ की लागत से आईटीआई बनकर तैयार हो गई है और उसमें क्लास भी चलनी शुरू हो गई हैं। इस आईटीआई में आठ प्रकार के कोर्स शुरू किए गए हैं। इसके अलावा सिकरौना गांव में 6.50 करोड़ की लागत से आईटीआई बनाई जा रही है। इसका भवन 70 फीसदी तक बनकर तैयार हो गया है। अगले सत्र से इसमें क्लास भी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि मोहना में भी एक आईटीआई बनाई जाएगी। इस पर करीब 7.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। शिलान्यास कर टेंडर हो चुका है। यहां भी अगले वर्ष से क्लास शुरू कर दी जाएंगी। विधायक ने कहा आने वाले दिनों में पृथला क्षेत्र स्किल डेवलपमेंट के हब के रूप में जाना जाएगा। क्योंकि यहां बनने वाले संस्थानों में युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुसार तैयार किया जाएगा।

विपुल गोयल, उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री, हरियाणा सरकार ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार के योग्य बनाने का प्रयास कर रही है, ताकि उन्हें नौकरी के लिए भटकना न पड़े। क्योंकि सभी को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराना संभव नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्किल यूनिवर्सिटी और आईटीआई खोली जा रही हैं। आने वाले दिनों में फरीदाबाद-पलवल स्किल हब के रूप में जाना जाएगा।

टेकचंद शर्मा, विधायक, पृथला विधानसभा क्षेत्र ने कहा किराज्य सरकार के सहयोग से पृथला क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है। हमारे विधानसभा क्षेत्र में युवाओं को तकनीकी शिक्षा के लिए कोई संस्थान नहीं थे। सरकार ने स्किल यूनिवर्सिटी समेत चार आईटीआई संस्थान खोलने की सौगात दी है। यहां के युवा संस्थानों में प्रशिक्षण लेकर रोजगार के काबिल बनेंगे।

रमणीक प्रभाकर, महासचिव, मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन, फरीदाबाद ने कहा कि अभी हमें अन्य राज्यों से औद्योगिक संस्थानों के लिए युवाओं को लाना पड़ता है। निश्चित रूप से स्किल यूनिवर्सिटी और आईटीआई खुलने से उद्योगों को योग्य युवा आसानी से मिल जाएंगे। यहां से निकलने वाले युवा आसपास के जिलों के जरूरतों को भी पूरा करेंगे। –

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