हरोली (हिमाचल) : सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ऊना के कलाकारों ने श्रम एवं रोजगार विभाग के माध्यम से वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरोली व कांगड में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी कौशल विकास भत्ता योजना के बारे में गीत, संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों को अवगत करवाया। हरोली स्कूल में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य मतेंद्र लट्ठ तथा कांगड स्कूल में प्रधानाचार्य सतीश शर्मा ने की। विभाग के कलाकारों सिकंदर कुमार, सोमनाथ, रविंदर कुमार, रचना कुमारी व मनीषा चौधरी ने विद्यार्थियों को बताया कि सरकार विभिन्न व्यवसायों व कौशल में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए प्रशिक्षणार्थियों को एक हजार, 50 प्रतिशत से अधिक स्थायी अक्षमता वालों को 1500 रुपये प्रतिमाह अधिकतम दो वर्ष के लिए कौशल विकास भत्ता प्रदान कररती है। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आवेदक की आयु 16 से 35 वर्ष के मध्य में होनी चाहिए। वह हिमाचल का स्थायी निवासी होने के साथ कम से कम आठवीं पास होना चाहिए।
वहीं मिस्त्री, पलंबर, लोहार, बढ़ई इत्यादि का प्रशिक्षण हासिल करने के लिए किसी प्रकार की शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य नहीं है। आवेदक किसी भी सरकारी, निजी या स्वरोजगार में न हो, परिवार की वार्षिक आय दो लाख रुपये से अधिक न हो और रोजगार कार्यालय में नाम दर्ज होना चाहिए। आवेदक का किसी भी आइएफएससी कोड वाले बैंक में बचत खाता संख्या होना भी अनिवार्य है। उन्हें बताया गया कि कौशल विकास भत्ता योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति अपने निकटतम रोजगार कार्यालय के अलावा श्रम एवं रोजगार विभाग की वेबसाइट का अवलोकन कर सकता है।
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