शिमला : 68 स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनिंग में हुए 16 लाख के फर्जीवाड़े की जांच रिपोर्ट विभाग को कमेटी ने सौंप दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक उक्त स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनिंग के नाम पर फर्जी बिल बनाए गए थे। रिपोर्ट में तथ्य सामने आने के बाद अब विभाग संबंधित प्रधानाचार्य व वोकेशन ट्रेनर्स के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवाने जा रहा है। इसके अलावा शिक्षा विभाग जल्द ही राज्य सरकार को भी यह जांच रिपोर्ट सौंपेगा। इससे पूर्व छात्रों को ट्रेनिंग के नाम पर बनाए गए फर्जी बिल की जांच के आदेश भी सरकार की ओर से ही दिए गए थे। ऐसे में इस घोटाले में शामिल हुए अधिकारियों और वी.टी. पर गाज गिरना तय है।
विभाग ने हाल ही में बनाई थी कमेटी
हाल ही में विभाग ने इस जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। संयुक्त निदेशक सुशील पुंडीर की अध्यक्षता में यह कमेटी बनाई गई थी। कमेटी के सदस्यों ने संबंधित स्कूलों में जाकर छानबीन की। स्कूल प्रधानाचार्यों से भी इस बाबत पूछताछ की गई। इसके बाद कमेटी ने जांच रिपोर्ट बनाई और विभाग को सौंपी। रिपोर्ट के तहत ऑटो मोबाइल के छात्रों और एग्रीकल्चर की ट्रेनिंग के बिलों में यह फर्जीवाड़ा पाया गया है। गौर हो कि 16 लाख के फर्जी बिल बनाने में कांगड़ा जिला सबसे आगे है। उसके बाद मंडी, सोलन, बिलासपुर, चम्बा, सिरमौर, कांगड़ा, सिरमौर व ऊना के स्कूल शामिल हैं।
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