चंबा : उपायुक्त हरिकेश मीणा ने मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के कार्यान्वयन की प्रगति को जानने के लिए एक बैठक की। उन्होंने जिला रोजगार अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिला चंबा में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके और प्रशिक्षणरत लोगों का डेटाबेस तैयार किया जाए, ताकि पता चल सके कि जिला में मौजूद प्रशिक्षित मेन पावर किस-किस क्षेत्र से संबंधित है और मौजूदा वास्तुस्थिति क्या है।
उपायुक्त ने क्वालिटी आधारित ट्रेनिंग की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ट्रेनिंग का आधार गुणवत्ता और उसकी मांग के मुताबिक होना चाहिए ताकि स्किल्ड व्यक्ति अपने हुनर के अनुरूप स्वरोजगार प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्किल्ड ट्रेनिंग का अंतिम लक्ष्य यही होना चाहिए कि ट्रेनिंग प्राप्त व्यक्ति अपना रोजगार कमाकर आर्थिक संबल प्राप्त कर रहा है।
हरिकेश मीणा में कहा कि चंबा जिला में हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में भी रोजगार के बेहतर अवसर मौजूद हैं इसलिए हॉस्पिटेलिटी आधारित ट्रेनिंग प्रोग्राम भी शामिल किए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क से जुड़े छोटी अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं। यह कार्यक्रम क्षेत्र विशेष की मांग के मुताबिक रहते हैं, ताकि प्रशिक्षण लेने के बाद प्रशिक्षण प्राप्त करने वाला रोजगार भी हासिल कर सके। चूंकि चंबा जिला एस्पिरेशनल जिला योजना का हिस्सा है इसलिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को इस जिला की जमीनी हकीकत के मुताबिक कार्यान्वित करने की जरूरत रहेगी तभी हम अपेक्षा के अनुरूप नतीजे भी प्राप्त कर सकेंगे।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त हेमराज बैरवा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राम प्रसाद शर्मा, जिला योजना अधिकारी गौतम शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी अर¨वद चौहान, निदेशक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान ओपी कपूर के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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