हिमाचल में 166 करोड़ वाली 17 कौशल विकास परियोजनाओं से 50, 000 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य : डॉ. शांडिल

सोलन (हिमाचल) :  सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि निजीकरण के दौर में सरकार युवाओं को व्यावसायिक रूप से दक्ष बनाने पर बल दे रही है ताकि युवा श्रेष्ठ रोजगार एवं स्वरोजगार अपना सकें। डॉ. शांडिल शुक्रवार शाम सोलन विधानसभा क्षेत्र की कोठों पंचायत में हाल ही में स्तरोन्नत की गई सीसे स्कूल का शुभारंभ करने के बाद अध्यापकों, छात्रों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने डमरोग में 5 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण भी किया। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोले हैं। हिमाचल में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में देश की प्रति लाख 212 सीटों की तुलना में प्रति लाख 525 सीटें हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए विभागों की ओर से कौशल तथा आजीविका प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समन्वित करने के लिए हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम का गठन किया है।

500 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ दी है। इसमें 35, 000 विद्यार्थी विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजीविका योजना के अन्तर्गत 166 करोड़ वाली 17 कौशल विकास परियोजनाओं से 50, 000 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। शांडिल ने सीनियर सेकंडरी स्कूल कोठों में खेल मैदान पार्क के लिए सर्वेक्षण कर प्राकलन तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय प्रांगण के ऊपर से गुजर रही 33 केवी बिजली की लाइन के संबन्ध में विद्युत बोर्ड के अधीक्षण अभियन्ता को कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कोटी-खांदड़ संपर्क मार्ग के लिए 1.5 लाख रुपए देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास के लिए धन की कोई कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।

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