बीड़ी मजदूरों का कौशल विकास कर दूसरे रोजगार से जोड़ना चाहती है सरकार

देवघर : भारत सरकार बीड़ी मजदूरों के भविष्य व रोजगार के प्रति संजीदा है। सरकार इस रोजगार से मुक्त कर उनका कौशल विकास कर दूसरे रोजगार से जोड़ना चाहती है। इससे इनका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा और आर्थिक रूप से सबल भी होंगे। मंगलवार को श्रम, रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के कल्याण आयुक्त सुब्रतो साह ने संयुक्त श्रम भवन में पदाधिकारियों संग बैठक कर सरकार की योजना की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस कार्य में लगे मजदूर बीमारी से ग्रसित रहते हैं, इससे दूर करना है। ताकि इनकी आने वाली पीढ़ी अपनी सोच बदले, उनके दिन बेहतर हो। इस बात पर भी जोर दिया गया कि अब इस रोजगार का बाजार कमजोर हुआ है, इसे भी ध्यान में रखा जा रहा है। ऐसे में बीड़ी मजदूरों का कौशल विकास कर अन्यत्र किसी रोजगार में ले जाया जाएगा।

कहा कि अभी जो बीड़ी मजदूर हैं उनके पास जमीन तो है पर आवास नहीं है, उनकी सूची बनाकर ईएसआई कार्यालय के माध्यम से मंत्रालय को भेजा जाए ताकि उनको आवास मुहैया कराया जा सके। दरअसल सरकार उनके भविष्य को लेकर ¨चतित है।

जानकारी हो कि कल्याण आयुक्त बिहार एवं झारखंड के प्रभारी हैं। बैठक में सहायक श्रमायुक्त राजेश प्रसाद, श्रम अधीक्षक राजेश कुमार सिंह, श्रम पदाधिकारी किरण बाला, मनमोहन सिंह, किशोर कुमार सिंह, डीआर राम, श्रमिक मित्र एवं बीड़ी कंपनी के भी प्रतिनिधि मौजूद थे।

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