आईटीआई प्रशिक्षणार्थियों को दिए जाएंगे लैपटॉप, भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क : दीपक जोशी

रीवा :  मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने बेटियों को प्रशिक्षण देकर मोटर साइकिल मैकेनिक बनाया और इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री ने राज्य को बधाई दी। यह बातें तकनीकी एवं स्कूल शिक्षा तथा कौशल विकास राज्य मंत्री दीपक जोशी ने यह बातें शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रीवा के तीन करोड़ 77 लाख 39 हजार रुपए की लागत से नवनिर्मित भवन का लोकार्पण के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार की दिशा में लाने का कार्य किया जा रहा है। स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया कार्यक्रम को ऊंचाई पर पहुंचाना है। ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जिनमें कौशल हो। युवाओं को कौशल का प्रशिक्षण देने के लिए आईटीआई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। युवा आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त कर आसानी से काम को सीख लेता है। उन्होंने कहा कि आईटीआई में नए-नए कोर्स जोड़े जाएंगे जिससे प्रशिक्षणार्थियों को आसानी से रोजगार सुलभ होंगे। छात्र-छात्राओं द्वारा दो वर्ष का आईटीआई कोर्स करने पर उसे अगली दो कक्षाओं के समकक्ष माना जाएगा।

छात्रों को दिया जाएगा लैपटाप

आईटीआई में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षणार्थियों को लैपटॉप भी दिए जाने की बात कहते हुए राज्य मंत्री जोशी ने घोषणा की कि प्रदेश में दस स्थानों में उत्कृष्ट आईटीआई खोला जाएगा। जिनमें से एक उत्कृष्ट आईटीआई रीवा में भी खोला जाएगा। वहीं रीवा, जबलपुर और उज्जौन में तकनीकी विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क भी खोला जाएगा।

आईटीआई छात्र को बोर्ड परीक्षा की जरूरत नहीं

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि देश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। यदि युवा अपने कौशल को पहचान कर उसका प्रशिक्षण लें तो उन्हें सरलता से रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग लगाए जा रहे हैं। जिसका उद्देश्य है कि इन उद्योगों में मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिले। रीवा संभाग में भी काफी संख्या में उद्योग स्थापित हैं। जहां कुशल व्यक्ति को रोजगार मिल सकता है। रोजगार की पढ़ाई चले आईटीआई अभियान से नए वातावरण का निर्माण हुआ है। इस दिशा में निजी आईटीआई केन्द्र भी खोले जाएंगे। मंत्री शुक्ल ने कहा कि आईटीआई का दो वर्ष का कोर्स कर लेने के उपरांत आठवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र को दसवीं और दसवीं पास छात्र को बारहवीं का दर्जा दिया जाएगा।

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