जबलपुर : 82.47 फीसदी साक्षरता के साथ प्रदेश में पहले पायदान पर काबिज जबलपुर जिला युवाओं को स्किल्ड बनाकर हर क्षेत्र में नंबर वन का तमगा हासिल कर सकता है। नेशनल स्किल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएसडीसी) द्वारा कराए गए अध्ययन के अनुसार जिले की इकोनॉमी में प्राथमिक क्षेत्र का 21.5 फीसदी, सेकेंडरी क्षेत्र 24.8 फीसदी और टेरीटरी सेक्टर 53.7 फीसदी योगदान करता है। रिपोर्ट के अनुसार जिले में युवाओं को स्किल्ड बनाने की पहली आवश्यकता है। एनएसडीसी द्वारा कराए गए अध्ययन में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, सांख्यिकी विभाग के संयुक्त संचालक समेत 11 अधिकारियों को शामिल किया गया था। केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने भी इस रिपोर्ट का जिक्र किया था।
इन क्षेत्रों में चाहिए स्किल्ड युवा
हार्टिकल्चर, एनिमल हसबेंडरी व फिशरीज सेक्टर, हेंडीक्राफ्ट व फर्नीचर, ऑटो एंड ऑटो कम्पोनेंट, केमिकल एंड केमिकल प्रोडक्ट, आईटी एंड आईआईटीज,हेल्थ केयर, माइनिंग, हॉस्पिटेलिटी एंड टूरिज्म, संगठित रिटेल, कम्युनिकेशन, ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक , कंस्ट्रक्शन, एजुकेशन एंड ट्रेनिंग।
जबलपुर में युवाओं को हाई टेक्नोलॉजी से स्किल्ड बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए मौजूदा तकनीकी संस्थानों को उन्नत करने के साथ ही टूल रूम जैसे संस्थानों की स्थापना होना चाहिए। हर सेक्टर के हिसाब से शार्ट व लॉन्ग टर्म कोर्स तैयार किए जाने चाहिए। हर सेक्टर के युवा हाई टेक्नोलॉजी से स्किल्ड होंगे तो निश्चित तौर पर वे यहां के विकास में भागीदार बनेंगे।
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