विदिशा (मध्य प्रदेश) : आने वाले दिनों में सभी आईटीआई शासन के नियमों के अनुसार संचालित होंगे। हमनें कई आईटीआई की जांच कराई है। प्रदेश के 103 आईटीआई में गंभीर खामियां मिली थीं। इसके बाद केंद्र सरकार को जानकारी भेजकर 39 संस्थाओं को बंद भी कराया था। अब भैंसों के तबले और गैराज में आईटीआई नहीं चल पाएंगे। यह कहना है कि प्रदेश के तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री दीपक जोशी का। श्री जोशी शुक्रवार को स्वामी अंबरीश चैतन्य सेवा समिति द्वारा जालोरी गार्डन में आयोजित रोजगार मेला में शामिल होने आए थे। उन्होंने बताया कि स्किल इंडिया मिशन के तहत आईटीआई को प्रदेश सरकार फोकस कर रही है। इसलिए उनकी निगरानी पर भी ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में करीब 750 निजी आईटीआई चल रहे हैं।
फीस ड्राफ्ट तैयार, अगले सत्र में लाएंगे
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि संस्थानों के फीस निर्धारण के लिए सरकार गंभीर है। इसके लिए हमनें ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। विधानसभा के अगले सत्र में शैक्षणिक संस्थानों पर नियंत्रण के कानून का प्रारूप पटल पर रख दिया जाएगा। हमें विश्वास है कि विधानसभा में फीस को लेकर कानून बन जाएगा। इससे पहले उन्होंने स्वामी अंबरीश चैतन्य सेवा समिति द्वारा आयोजित रोजगार मेले को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पढ़ाई ऐसी हो कि इसका लाभ मिले। हाल ये है कि ऑटोमोबाइल इंजीनियर को बाइक के पार्ट्स की जानकारी नहीं होती और आठवीं फेल मैकेनिक बाइक सुधार देता है।
1770 युवाओं ने कराया पंजीयन
स्वामी अंबरीश चैतन्य सेवा समिति के शशांक शर्मा ने बताया कि रोजगार मेले में 1770 युवाओं ने पंजीयन कराया। 15 कंपनियों ने रोजगार के लिए युवाओं का चयन किया है। पहले चरण में 450 युवाओं को सिलेक्ट किया गया है।
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी, नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मयंक शर्मा, राजेश राय आदि मौजूद थे।