मुंबई : बदहाल और जर्जर अवस्था में पहुंच गए राज्य के आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों) के दिन फिर से लौटने लगे हैं। इन संस्थानों को टाटा मोटर, भारत फोर्ज, फैक्स वैगन जैसी देश-विदेशी कंपनियों का साथ मिल गया है। अपने-अपने क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर फंड) का उपयोग आईटीआई को निखारने के लिए कर रही हैं। अब तक 18 आईटीआई को किसी न किसी कंपनी का साथ मिल गया है। गौरतलब है कि इस काम में सरकार पर किसी भी तरह का आर्थिक बोझ नहीं है।
हींग लगे ना फिटकरी, रंग भी आए चोखा
‘हींग लगे ना फिटकरी, रंग भी आए चोखा’ कहावत इस पूरे मामले को चरित्रार्थ कर रही है। सरकार का कौशल्य विकास विभाग (स्किल डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट) निजी कंपनियों के साथ आईटीआई को निखारने के करारनामे पर हस्ताक्षर कर रही है। ये कंपनियां आईटीआई की इमारत और हॉस्टल की मरम्मत करा रही हैं। वहां रखे पुराने उपकरण हटाकर नए लगाए जा रहे हैं। वहां पढ़ने वाले छात्रों को ट्रेनिंग भी वही कंपनियां ही दे रही हैं। इसके अलावा वहां पढ़े लिखे छात्रों को नौकरी भी दे रही हैं। कारण, जो कंपनी जिस आईटीआई को निखार रही है, वही अपनी आवश्यकता के अनुसार छात्रों को प्रशिक्षित कर रही है। इससे कंपनी को पूरी तरह से प्रशिक्षित कर्मचारी मिल रहे हैं। दूसरी बात, कंपनियां आईटीआई पर सीएसआर फंड खर्च कर रही है। ऐसे में कंपनियों के दोनों उद्देश्य, सीएसआर फंड का उचित उपयोग और उन्हें प्रशिक्षित वर्ग का मिलना आदि की पूर्ति हो रही है। इस काम में सरकार का एक भी पैसा खर्च नहीं हो रहा है। सरकार को फायदा यह मिल रहा है कि उनके आईटीआई संस्थान फिर से खड़े हो रहे हैं और लोगों को रोजगार मिल रहा है।
417 आईटीआई करने हैं तैयार
महाराष्ट्र में कुल 417 सरकारी आईटीआई संस्थान हैं, जबकि निजी 454 हैं। सरकारी आईटीआई के प्रिंसिपल को भारत फोर्ज कंपनी ने दो चरण में प्रशिक्षण दिया। वर्चुअल क्लास के माध्यम से एक्सपर्ट ने ट्रेनिंग दिलवाई। सरकार के अपने कुल 417 आईटीआई में से 18 आईटीआई को निखारने का करारनामा किसी न किसी दिग्गज कंपनी के साथ कर लिया है। सरकार मानती है कि और ज्यादा आईटीआई शुरू करने के बजाय मौजूदा संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाकर विश्व स्तर का बनाया जाए। पूरे भारत में 11,842 आईटीआई हैं, जबकि चीन में 5 लाख, जिसमें से 3.75 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। चीन, जापान, सिंगापुर से तुलना करें, तो आबादी के अनुपात में भारत बहुत पीछे है। आईटीआई के माध्यम से कंपनियों को प्रशिक्षित कारीगर मिलेंगे, जिसके लिए वे बड़ी रकम खर्च करते हैं। इसी योजना के अंतर्गत आईटीआई पुणे को भारत फोर्ज निखार रहा है। कपंनी उस पर 5 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। आईटीआई औंध पुणे के साथ टाटा मोटर ने करार किया है। शुरुआत में टाटा उस पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। वहां के लैब को खूब शोहरत मिल रही है। करार करते समय टाटा मोटर ने साफ किया था कि आईटीआई औंध को बदहाली से उबारने के लिए जितना पैसा खर्च होगा, वह करेगा। आईटीआई पिंपडी चिंचवड को नए उपकरण फॉक्स वैगन जैसी कंपनी मुहैया करा रही है। इसी तरह कई और कंपनियों के साथ स्किल डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट ने करार किया है।
हुनरमंद की फैक्ट्री
महाराष्ट्र सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को हुनरमंद बनाना चाहती है। सरकार का मानना है कि नई पीढ़ी को इतना काबिल बना दो कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके। इसके अलावा सरकार का साथ देने वाली कंपनियों को भी उनकी मांग के अनुसार ही कर्मचारी मिल सकें। हाल ही में कई कंपनियों ने महाराष्ट्र सरकार के स्किल डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट के साथ करारनामे पर हस्ताक्षर किए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में कौशल्य विकास विभाग (स्किल डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट) और विभिन्न संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। जिन संस्थानों के संग करार हुए, वे हैं कोहिनूर टेक्निकल इंस्टिट्यूट, रुस्तमजी, आईसीआईसीआई स्किल्स अकादमी, ओला रिटेलर्स असोशिएशन ऑफ इंडिया, नमस्तेजी, स्किल स्मार्ट, जेम्स ऐंड जूलरी सेक्टर स्किल इत्यादि। समझौतों के अंतर्गत राज्य में 1,92,000 युवाओं को हुनरमंद बनाया जाएगा।
फिल्म के लिए भी करार
बॉलिवुड में काम करने के लिए कैमरामैन, मेकअपमैन, लाइटमैन, साउंड रिकॉडिस्ट, स्पॉट बॉय, क्रेन ऑपरेटर, विडियो एडिटर, सेट डिजाइनर सहित कई अन्य तरह के प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। राज्य सरकार के कौशल्य विकास विभाग ने जाने माने विज्ञापन गुरु प्रह्लाद कक्कड़ के साथ करार किया है। कक्कड़ की संस्था फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले युवकों को प्रशिक्षण व छह महीने का डिप्लोमा दिया जाएगा। जाने माने मशहूर सेट डिजाइनर नितिन देसाई की संस्था के साथ भी सरकार ने करार किया है। करार के तरह कर्जत स्थित स्टूडियो में देसाई की कंपनी युवकों को प्रशिक्षण देगी। प्रशिक्षण के बाद उन्हें रोजगार भी मुहैया कराए जाएंगे। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में काम करने के लिए प्रशिक्षित लोग नहीं मिलते। अब बीएससी युवकों को ट्रेंड करेगी और उन्हें बाजार और शेयर ब्रोकर के यहां रोजगार मुहैया कराए जाएंगे। युवतियों को रोजगार व स्वयं रोजगार देने के लिए कौशल्य विकास विभाग ने एसएनडीटी के साथ भी करार किया।
ठाणे के आईटीआई में महिला इलेक्ट्रिशन
ठाणे स्थित आईटीआई के पहले बैच में 15 और दूसरे बैच में 30 महिलाएं इलेक्ट्रिशन का प्रशिक्षण ले रही हैं। प्रशिक्षण देने में टाटा पावर की महत्वपूर्ण भूमिका है। बताया गया है कि इन महिलाओं को टाटा पावर नौकरी भी देगा। खास बात यह है कि यहां ठाणे के आईटीआई में प्रशिक्षण लेने वाली ज्यादातर महिलाएं नंदूरबार, धुलिया जैसे पिछड़े क्षेत्र की हैं। मुलुंड आईटीआई में आवभगत (रिसेप्शनिष्ट) से संबंधित प्रशिक्षण लेने वाली महिलाएं ताज और आईटीसी जैसे बड़े-बड़े होटलों में नौकरी कर रही हैं।
हेयर ऐंड ब्यूटी स्किल की ट्रेनिंग
महाराष्ट्र सरकार के कौशल्य विकास विभाग और जावेद हबीब हेयर ऐंड ब्यूटी लिमिटेड के बीच भी करार हुआ है। इस करार से अगले 3 साल में महाराष्ट्र के करीब 30 हजार युवकों को प्रशिक्षण मिलेगा। इनमें से कई को हबीब की कंपनी ही नौकरी दी जाएगी।
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