रोहतक ( हरियाणा ) : कौशल विकास के महत्त्व पर फोकस करते हुए एमडीयू के कॅरियर काउंसिलिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के तत्वावधान में- स्किल डेवलपमेंट एंड एम्पलॉयबिलीटी विषयक कार्यशाला लगाई गई। नवसृजित विश्वकर्मा स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, पलवल के वाइस चांसलर राज नेहरू ने बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यशाला में शिरकत की अध्यक्षता एमडीयू कुलपति प्रो. बिजेंद्र कुमार पूनिया ने की।
कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित विश्वकर्मा स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. राज नेहरू ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने कोर कम्पीटेंसी के अनुसार अपने स्किल्ज विकसित करने चाहिए। इसके अतिरिक्त, कनेक्टिविटी तथा नेटवर्किंग स्किल्ज भी अहम है। डाॅ. राज नेहरू ने कहा कि डिजिटल मीडिया क्षेत्र, मोबाइल टैक्नोलॉजी क्षेत्र, जैसे क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को नवीनतम टैक्नोलॉजी में महारत हासिल करनी होगी। राज नेहरू ने विद्यार्थियों से अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर कॅरियर का रास्ता चुनने का आह्वान किया।
कुलपति पूनिया ने कहा कि राष्ट्र के नव-निर्माण के दृष्टिकोण तथा वैश्विक स्तर पर आर्थिक महत्ता हासिल करने के लिए कौशल विकास जरूरी है। ग्लोबल विलेज फाउंडेशन के प्रबंधन परिषद के सदस्य लोकेश शर्मा ने कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। इससे पूर्व निदेशक प्रो. राजकुमार ने कहा कि आज का युग स्किल्ज का युग है। ऐसे में स्किल डेवलपमेंट से ही रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।
इस कार्यशाला में निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया ने भी कौशल विकास के महत्व को रेखांकित किया। कार्यशाला में मंच संचालन इमसॉर की प्राध्यापिका डॉ. सीमा सिंह ने किया। आभार प्रदर्शन प्राध्यापक डा. कर्मवीर श्योकंद ने किया। इस अवसर पर प्रो. एएस बूरा, डा. जगदीप सिंगला, डा. संजय नांदल, डा. रामफूल, डा. अशोक कुमार, प्राध्यापिका डा. गरिमा दलाल, प्रो. वीके कौशिक, प्राध्यापकगण, शोधार्थी तथा विद्यार्थी मौजूद रहे।
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