ग्वालियर : मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना एवं मुख्यमंत्री कौशल्य योजना के तहत कौशल उन्नयन प्रशिक्षण लेने के इच्छुक युवक-युवतियों के पंजीयन की प्रक्रिया का सरलीकरण करें, जिससे अधिकाधिक युवा इन योजनाओं का लाभ उठा सकें। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने इन दोनों योजनाओं के संबंध में आयोजित हुई उन्मुखीकरण कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों को दिए। कार्यशाला में बताया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई इन दोनों कौशल विकास योजनाओं के तहत जिले में 30 जून तक लगभग 15 हजार युवक-युवतियों का पंजीयन किया जाना है।
कार्यशाला में कलेक्टर डॉ. गोयल ने कहा कि विभागीय अधिकारी लक्ष्य के अनुसार पंजीयन की कार्रवाई सुनिश्चित करें। कार्यशाला में भोपाल से आए विषय विशेषज्ञों ने पावर प्वॉइंट प्रजेंटेशन के जरिए कौशल विकास योजनाओं से युवाओं को लाभान्वित कराने की प्रक्रिया विस्तारपूर्वक बताई। इन पाठ्यक्रमों में यह प्रशिक्षण 15 दिन से लेकर 9 माह तक का होगा। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिये निर्धारित शैक्षणिक योग्यता की मैरिट के आधार पर युवाओं को चयनित किया जायेगा। वर्ष 2017-18 से प्रतिवर्ष ढ़ाई लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
युवाओं को हुनरमंद बनाएंगी योजनाएं
प्रदेश सरकार ने महिलाओं एवं युवाओं को प्रशिक्षण के जरिए हुनरमंद कर रोजगार के लायक बनाने के लिये दो नई कौशल विकास योजनायें शुरू की हैं। अधिकाधिक युवाओं और महिलाओं को इन योजनाओं से जोड़ने के लिये सरकार द्वारा रोजगार की पढ़ाई-चलें आईटीआई अभियान चलाया जा रहा है। इच्छुक महिलाएं और युवा इन योजनाओं से जुड़कर अपने आप को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के समय आधारकार्ड, वोटर आईडी, जाति प्रमाण-पत्र व शैक्षणिक प्रमाण-पत्र की छायाप्रति संलग्न करनी होगी।
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