पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) : तराई में प्रधानमंत्री कौशल केंद्र के जरिए बेरोजगारी के खिलाफ बड़ी ‘जंग’ का आगाज होने जा रहा है। इस केंद्र के माध्यम से हर वर्ष करीब तीन से चार हजार बेरोजगार युवक युवतियां निश्शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे। केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी ने दिल्ली में महिन्द्रा स्किल डेवलपमेंट के अधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा तैयार कर ली है। पीलीभीत में केंद्र के उद्घाटन के लिए सात दिसंबर की तारीख भी मुकर्रर हो गई है।
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने पहले भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए असम भिजवा कर जलकुंभी से घरेलू सज्जा व उपयोग की वस्तुएं तैयार करने का प्रशिक्षण दिलवाया था। केंद्रीय मंत्री के ही प्रयास से महिलाओं को मशरूम व अन्य साग-सब्जियों की जैविक खेती का भी प्रशिक्षण दिलवाया गया था, जिसका यहां व्यापक असर है। बेरोजगार युवाओं को दिल्ली व उड़ीसा भेजकर मारुति कंपनी में प्रशिक्षण दिलवाकर उनका प्लेसमेंट भी करवाया। इसी प्रकार पुणे भिजवाकर आइसीआइसीआइ बैंक की ओर से कौशल विकास प्रशिक्षण दिलवाया था। अब प्रधानमंत्री कौशल केंद्र चालू कर महिन्द्रा स्किल डेवलपमेंट के जरिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करवाई है। बेरोजगार युवकों व युवतियों को पांच ट्रेडों में हुनरमंद बनाने की व्यवस्था रहेगी।
महिन्द्रा स्किल डेवलपमेंट के हेड ट्रेनर हर्ष मेहरोत्रा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के सुझाव पर ही सबसे पहले इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, व्यवसायिक वाहन चालक, सेल्फ इंपलाइड टेलर समेत पांच ट्रेड शुरू किए जा रहे हैं। प्रत्येक ट्रेड में 30 प्रशिक्षु क्लास में व इतने ही प्रेक्टिकल में होंगे। इस प्रकार 300 बेरोजगारों को एक साथ प्रशिक्षण मिलेगा। एक बैच के लिए प्रशिक्षण की अवधि तीन से चार माह तक होगी। प्रशिक्षित युवाओं को स्थानीय स्तर पर प्लेसमेंट दिलवाने की भी व्यवस्था की जाएगी। प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क रहेगा। सात दिसंबर को केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी खुद आसाम चौराहा के पास इस केंद्र का उद्घाटन करेंगी। जिले के ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार केंद्र का लाभ प्राप्त कर सकें, इसके लिए सांसद कार्यालय में पंजीकरण की व्यवस्था कराई गई है।
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