रूपनगर : आइके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई के जी पीटीयू) जालंधर के रजिस्ट्रार डॉ.अमनप्रीत सिंह ने कहा कि रशिया, चीन व जर्मन, जो विकसित देश हैं, वह अपनी मातृभाषा में साफ्टवेयर, हार्डवेयर समेत अन्य तकनीकी जानकारियां ज्यादा देते हैं। इससे इन देशों के स्टूडेंट्स अपने क्षेत्र में और ज्यादा समझ ही नहीं पाते, बल्कि उस क्षेत्र में ज्यादा काम कर पाते हैं। इसलिए पीटीयू की ओर से अब तकनीकी शिक्षा से संबंधित कोर्सों में अपनी मातृ भाषा पंजाबी में सिलेबस बुक उपलब्ध करवाई जा रही हैं ताकि विद्यार्थी अपनी मातृ भाषा में पढ़ाई को और ज्यादा अच्छी तरह समझ सकें।
उन्होंने बताया कि पीटीयू में होटल मैनेजमेंट का एक साल का कोर्स व स्किल डिवलपमेंट को लेकर अलग अलग संस्थाएं कई कोर्स शुरू कर रही हैं तथा आगे भी कई कोर्स शुरू किए जाएंगे। ताकि पंजाब के यूथ को स्किल भरपूर बनाया जा सके तथा वो समाज में अपने आप को साबित कर सकें। राज्य में बेरोजगारी कम करने के लिए स्किल में मेनपावर को लगाने के लिए काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कभी किसी तकनीकी कोर्स की डिमांड कभी बिलकुल खत्म नहीं होती। पिछले पंद्रह साल में पहले इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग की बहुत डिमांड थी। अब कंप्यूटर एवं सिविल इंजीनियर की बहुत डिमांड है। ये प्रक्रिया हरेक आर पांच साल बाद बदलती रहती है।
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