नई दिल्ली : बाल सुधार गृह में रहने वाले नाबालिगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय की देखरेख में प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई है। उन्हें बेकरी का सामान बनाने एवं मोबाइल ठीक करके का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि वह जब बाल सुधार गृह से बाहर निकले तो आसानी से उन्हें नौकरी मिल सके।
इनके लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्घाटन मुखर्जी नगर स्थित बाल सुधार गृह में शुक्रवार को संयुक्त आयुक्त संजय सिंह ने किया। इस अवसर पर बाल न्यायालय आयोग के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट विशाल सिंह भी मौजूद रहे। पुलिस उपायुक्त मिलिंद डुमरे के अनुसार यह प्रशिक्षण छह सप्ताह का होगा, जिसमें उन्हें केक, कुकीज, ब्रैड आदि सामान बनाना सिखाया जाएगा।
वहीं दूसरे कोर्स में बच्चों को विभिन्न तरह के मोबाइल ठीक करना सिखाएंगे। इन दोनों कोर्सों के लिए कुल 60 बच्चों का चयन किया गया है। कोर्स पूरा करने पर उन्हें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की तरफ से प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इससे पहले शेफ और हेयर स्टाइलिस्ट के कोर्स भी पुलिस एवं बाल न्यायालय आयोग ने मिलकर बच्चों को करवाए हैं।
यह बच्चे जब सुधार गृह से बाहर निकले तो विभिन्न रेस्तरां और सैलून में नौकरी करने लगे। कुछ बच्चों ने तो खुद अपनी खाने की दुकान और सैलून खोल लिए।
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