चेन्नई : तमिलनाडु के श्रम एवं रोजगार मंत्री नीलोफर काफील ने सोमवार को घोषणा की कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान दो लाख युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए 200 करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिया है।
अपने विभाग के अनुदानों पर बहस का जवाब देते हुए उन्होंने विधानसभा में कहा कि वीजन 2023 के अनुसार 2 करोड़ युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करना होगा। उन्होंने बताया कि 629 कौशल विकास संस्थानों के माध्यम से अब तक लगभग 479061 युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। उनके मुताबित तमिलनाडु कौशल विकास निगम के माध्यम से केवल पिछले साल ही १०५४४२ युवाओं को प्रशिक्षित करने का कार्य किया गया था।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत इस साल 2 लाख युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत २०६.६० करोड़ रुपए की लागत से हर साल प्रमुख क्षेत्रों के 46960 लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जापान अंंतर्राष्ट्रीय सहकारिता एजेंसी की मदद से 100 करोड़ रुपए की लागत वाली एक उच्च कौशल विकास योजना को लागू किया जाएगा। साथ ही साथ 564.८४ करोड़ रुपए की लागत से जर्मन मूल की सीमेन्स एंड डिजाइन टेक नामक कंपनी के साथ मिलकर कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों को उत्कृष्ट बनाने का काम भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त लोगों की मदद के लिए एक मोबाइल ऐप्प भी विकसित किया जाएगा। इस ऐप्प की मदद से उन्हें मरम्मत एवं रख रखाव का काम आदि प्राप्त करने में आसानी होगी। यह स्व-रोजगार शुरू करने के क्षेत्र में सार्थक कदम साबित होगा।
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