जमशेदपुर (झारखंड) : जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज को वीमेन यूनिवर्सिटी बनाने के लिए रुसा (राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान) के तहत पहली किश्त में 56 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसकी औपचारिकता पूरी कर ली गई है। शीघ्र ही कॉलेज के बैंक एकाउंट में राशि ट्रांसफर हो जाएगी। रुसा के उप निदेशक डॉ शंभू सिंह ने शुक्रवार को कॉलेज भ्रमण के दौरान यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा- जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज को क्लस्टर यूनिवर्सिटी बनाने की योजना है। इसके लिए प्रस्ताव भी बना है। इसमें त्रुटि होने के कारण नए सिरे से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अगले 15 साल में देश की 50 करोड़ से अधिक की आबादी कॉलेज तक पहुंचने वाली हो जाएगी। ऐसे में देश में और कॉलेज की जरूरत पड़ेगी। इसलिए रुसा के तहत कोल्हान ही नहीं, देश के सभी कॉलेजों की आधारभूत संरचना ठीक करने की योजना है। इसी के तहत कॉलेज से एक साल की तात्कालीन योजना, 6 साल की प्रॉस्पेक्टिव योजना 15 साल का विजन प्लान मांगा जा रहा है, ताकि 13वीं पंचवर्षीय योजना में देश के कॉलेजों की आधारभूत संरचना वर्ल्ड क्लास हो सके। क्वालिटी एजुकेशन इंप्रूव करने के लिए टेक्निकल एंड स्किल डेवलपमेंट विभाग को उच्च शिक्षा से जोड़ा गया है। इसलिए कॉलेजों से लिए जा रहे प्रस्ताव में टेक्निकल स्किल प्रोग्राम पर विशेष फोकस करने का निर्देश दिया गया है।
एकसाल में केयू को 50 करोड़ का अनुदान मिला
डॉ सिंह ने बताया- रुसा के तहत एक साल में झारखंड के यूनिवर्सिटी कॉलेज को 206 करोड़ रुपए का अनुदान मिला है। इसमें 50 करोड़ रुपए का अनुदान कोल्हान यूनिवर्सिटी इसके अंगीभूत कॉलेजों को मिला है या फिर मिलने वाला है। 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक झारखंड को 500 ( केयू को 150) और 13वीं पंचवर्षीय योजना की शुरुआत में 1000 (केयू को 400) करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है। डॉ सिंह ने शुक्रवार को जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज, को-ऑपरेटिव, एलबीएसएम करीम सिटी कॉलेज का भी दौरा किया।
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