लखनऊ : यूपी के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में योगी सरकार ने गंभीरता से प्रयास करना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने तय किया है कि वह पांच साल में 10 लाख युवकों को रोजगार देगी। कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि इसके लिए व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास मिशन के तहत बड़ी-बड़ी कंपनियों से अनुबंध किया जाएगा।
इसके अलावा योगी सरकार नई उद्योग नीति के जरिए बड़ी कंपनियों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है। ये बातें शुक्रवार को चौहान ने ग्रामीण युवकों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने के लिए दो कंपनियों मेसर्स सेफ एडुकेट लर्निंग प्रा. लि. और मेसर्स सूर्या वायर्स प्रा. लि. के साथ हुए एमओयू के मौके पर कही।
हर साल इतने युवाओं को मिलेगी नौकरी
एडुकेट बांदा, इलाहाबाद, फैजाबाद व गोरखपुर समेत कई अन्य जिलों में लॉजिस्टिक एवं सप्लाई चेन प्रबंधन का प्रशिक्षण देगा। साथ ही यह कंपनी तीन साल में 3,400 युवकों को प्रशिक्षित करके खुद 2,380 युवकों को नौकरी देगा। वहीं, सूर्या वायर्स झांसी, चित्रकूट, वाराणसी, इलाहाबाद समेत कई और जिलों में टूरिज्म एवं हास्पिटेलिटी के क्षेत्र में 2,650 युवकों को प्रशिक्षण देने के साथ ही इनमें से 1,855 युवकों को नौकरी भी देगा।
गोरखपुर में होगा रोजगार मेले का आयोजन
सचिव व्यावसायिक शिक्षा भुवनेश कुमार ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में तीन लाख युवकों को कौशल विकास की ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि युवकों को नौकरी दिलाने के लिए 29 व 30 जून को गोरखपुर में रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है।
विदेशों में रोजगार के लिए खुलेंगी भर्ती शाखाएं
बता दें कि वहीं योगी सरकार ने अवैध भर्ती एजेंटों के खिलाफ सख्ती बरतने के साथ ही वैध माइग्रेशन की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार विदेशों में रोजगार के लिए जाने वाले कामगारों की सुविधा के लिए लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी व इलाहाबाद में भर्ती शाखाएं खोलने की तैयारी कर रही है। साथ ही सुरक्षित व वैध माइग्रेशन की सुविधा उपलब्ध कराने, अवैध माइग्रेशन रोकने व अवैध भर्ती एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की भी तैयारी की जा रही है।
प्रदेश में विदेशों को अधिकतम माइग्रेशन लखनऊ, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़ व गोरखपुर से होता है। मौजूदा समय में प्रदेश सरकार के एनआरआई विभाग के अंतर्गत उत्तर प्रदेश वित्तीय निगम कानपुर का गाजियाबाद केंद्र फिलहाल विदेशी रोजगार एजेंसी के रूप में काम कर रहा है। इस एजेंसी के जरिए विदेश जाने वाले नीथुमोल थान्कन पहले व्यक्ति होंगे। वह इसी महीने विदेश जा रहे है।
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