उन्नाव : प्रधानमंत्री कौशिल विकास योजना के नाम पर भोपाल की एक कंपनी ने एक हजार छात्रों से ठगी कर डाली। नेशनल स्किल सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरी रिवार्ड स्कीम के तहत कंपनी ने एक कॉलेज से 5 लाख रुपए ठग लिए। संदेह होने पर कॉलेज प्रबंधक ने छानबीन की तो पता चला और भी कॉलेज निशाना बनाए गए हैं। मामले की शिकायत पर एसपी ने कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज करा दिया है।
धोखाधड़ी की शिकायत
एमजी कॉलेज ऑफ साइंस आर्ट एंड कल्चर छांछीराईखेडा, सुमेरपुर उन्नाव के प्रबंधक अशोक पांडेय ने एसपी से मिलकर इस धोखाधड़ी की शिकायत की। प्रबंधक के अनुसार वर्ष 2014 में अल्टीमेट एनर्जी रिसोर्स पीवीटी एलटीडी रजिस्टर्ड ऑफिस अल्टीमेट प्लाजा सेकंड फर्स्ट फ्लोर 04 मंदाकिनी कॉलोनी कोलार रोड भोपाल के प्रतिनिधि कॉलेज के आए और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में बताया और दस्तावेज उपलब्ध कराए। भारत सरकार की योजना होने के कारण किसी संदेह की गुंजाइश नहीं थी। इसलिए भरोसा कर लिया गया।
1000 विद्यार्थियों को फंसाया
कंपनी के प्रतिनिधियों ने एमजी कॉलेज में छात्र-छात्राओं को प्रजेंटेशन दिया साथ ही फायदे भी बताएं। लगभग एक हजार छात्रों के आधार कार्ड भी बनाए और आवेदन प्रपत्र भरवाए। कई दिन की कवायद के बाद उन लोगों ने कहा कि इन 1000 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण हो गया है। अब दिल्ली से टीम आकर कॉलेज का सर्वे करेगी तब कई प्रकार के कोर्स शुरू किए जाएंगे। कंपनी ने प्रति छात्र पांच सौ रुपए रजिस्ट्रेशन फीस के एवज में कंपनी के खाते में 5 लाख रुपए जमा करने को कहा।
आरटीजीएस से दिए गए पैसे
कॉलेज प्रबंधन ने कंपनी के खाते में पांच लाख रुपए की राशि कंपनी के आईसीआईसीआई बैंक के भोपाल के खाते में एमजी कॉलेज के खाते से बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक, रामादेवी कानपुर से 14 फरवरी 2014 को आरटीजीएस द्वारा ट्रांसफर की गई। उसके बाद कंपनी के प्रतिनिधि जल्द निरीक्षण करने के बहाने दिल्ली चले गए।
कई और कॉलेज बने निशाना
रुपए दिए जाने के बाद कंपनी के प्रतिनिधियों से कई बार बात की गई, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। छात्र छात्राओं के कौशल विकास के लिए न कोई टीम आई। जिले में बात फैलने पर पता चला कि कंपनी ने ने ऐसा ही घपला कुछ अन्य संस्थानों के साथ भी किया है। बिहार थाना प्रभारी रंजीत यादव ने बताया कि भोपाल की कंपनी के नाम कॉलेज प्रबंधक की तहरीर पर 420, 406 धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
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