लखनऊ : केन्द्रीय उद्यमता विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच शनिवार को हुई बैठक के बाद यूपी में कौशल विकास के लिए केन्द्रीय मदद दिए जाने पर जहां सहमति बनीं वहीं योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वे कौशला विकास की दिशा में बहुत काम कर रहे हैं। हैवी वाहनों के चलाने के लिए हर मंडल में पांच-पांच एकड़ जमीन पर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही रूडी ने बताया कि वे 200 करोड़ रूपए यूपी को कौशल विकास के लिए देने जा रहे हैं। रूड़ी ने अलीगंज में खोले गए महेन्द्रा स्किल कौशल विकास केन्द्र का भी उदघाटन किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में छह लाख बच्चों का उद्यमता विकास के तहत पंजीकरण हुआ है। इस साल 10 लाख बच्चों को ट्रेनिंग दिए जाने और उन्हें रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। यूपी सरकार अगले पांच सालों में 70 लाख लोगों को ट्रेनिंग दिलाकर रोजगार दिलाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य पारम्परिक उद्योगों को बढ़ावा देना है। ट्रेनिंग में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ट्रेनिंग लेने वालों को उनके परम्परागत व्यवसाय की ट्रेनिंग दिलाएं।
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