तीन साल में 20 लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ेंगे : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट’ योजना के जरिए सरकार तीन साल में यूपी के 20 लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ने जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए यह योजना शुरू की गई है। वह मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश राज्य कौशल प्रतियोगिता के उद्‌घाटन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी के जिलों में यह हुनर पहले भी था और क्लस्टर भी बने, लेकिन उनकी ब्रैंडिंग नहीं की गई। हमारी सरकार ने न सिर्फ योजना लागू की, बल्कि बजट में इसके लिए 250 करोड़ रुपये की व्यवस्था भी की।

इससे पहले राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य कौशल प्रतियोगिता की शुरुआत की। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले रेंमड, जेके सेंटर, मिड मार्क सहित पांच प्रशिक्षणदाताओं के साथ पांच अधिकारियों को सम्मानित किया। इस मौके पर व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान, राज्यमंत्री सुरेश पासी और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बलदेव सिंह औलख भी मौजूद थे।

तहसीलों में स्किल डिवेलपमेंट केंद्र खुले

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में स्टार्टअप की अपार संभावनाएं हैं। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी 350 तहसीलों में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए हैं। सीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत डेढ़ लाख शौचालय रोज बनाने का लक्ष्य था। सरकार ने डीएम और सीडीओ के सामने लक्ष्य रखा। उन्होंने राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षण दिलवाकर यह लक्ष्य पूरा किया।

परिणाम उत्साहित करते हैं

सीएम ने कहा कि यह दो दिवसीय प्रतियोगिता स्किल डिवेलपमेंड को नया मंच और दिशा देगी। केंद्र ने भी कौशल विकास के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। युवाओं को सही दिशा मिले तो यूपी प्रधानमंत्री की योजनाओं का केंद्र बिंदु बन सकता है। इन दिशाओं में पिछले एक साल में जो परिणाम सामने आए हैं, वे उत्साहित करते हैं। सहारनपुर में पांच हजार और वाराणसी में तीन हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया। जब युवाओं को नजदीक रोजगार मिलेगा तो न पलायन होगा और न उनमें निराशा बढ़ेगी।

हर दो साल पर होती है प्रतियोगिता

कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान ने बताया कि हर दो साल में विश्व स्तर पर कौशल प्रतियोगिता होती है। 2017 में अबूधाबी में हुई प्रतियोगिता में भारत को एक रजत, एक कॉस्य के साथ नौ मेडल ऑप एक्सिलेंस मिले थे। पहले तहसील फिर जिला स्तर पर कौशल प्रतियोगिता हुई और विजेता प्रतिभागी राज्य कौशल प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। इसके विजेता राष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता और वहां जीतने वाले अगले साल रूस में होने वाली अंतरराष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। इस मौके पर एनएनएसडीसी के चीफ ऑपरेटिंग आफिसर जयंत कृष्णा ने कौशल मिशन पर प्रकाश डाला।

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