यमुना सिटी-ग्रेटर नोएडा में बनेगा कौशल विकास केंद्र, 10 एकड़ जमीन निशुल्क देगा प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की यमुना सिटी में कौशल विकास केंद्र खुलेगा। इससे प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले उद्योगों को कुशल कारीगर मुहैया कराए जा सकेंगे। सेक्टर-33 में यह केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए 10 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। प्राधिकरण यह जमीन निशुल्क उपलब्ध कराएगा।

यमुना प्राधिकरण ने भूखंड आवंटित करते समय शर्त रखी है कि कंपनियों को 30 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देना होगा। युवाओं को रोजगार तभी मिलेगा, जब वह तकनीकी तौर पर दक्ष होंगे। इसको ध्यान में रखकर प्राधिकरण ने युवाओं का कौशल बढ़ाने के लिए कौशल विकास केंद्र की स्थापना का फैसला किया है। प्राधिकरण की आगामी बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव भेजा जा सकता है।

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यमुना प्राधिकरण ने यमुना सिटी के सेक्टर-33 में पहले आईटीआई के लिए जगह आवंटित करने की योजना बनाई थी, लेकिन यमुना सिटी में बड़ी कंपनियों ने औद्योगिक भूखंड खरीदे हैं। इसके बाद योजना में बदलाव किया गया। अब यहां पर कौशल विकास केंद्र बनाया जाएगा।

प्राधिकरण सेक्टर-33 में इसके लिए जमीन आरक्षित करेगा। यह जमीन निशुल्क देगा, ताकि कौशल विकास केंद्र की स्थापना कराई जा सके। कौशल विकास केंद्र की स्थापना केंद्र सरकार कराती है। यमुना प्राधिकरण इसके लिए केंद्र सरकार से बातचीत करेगा। संबंधित मंत्रालय से पत्राचार करके इसकी जानकारी साझा की जाएगी।

आचार संहिता हटने के बाद फैसला

यमुना सिटी में पतंजलि भी फूड प्रोसेसिंग प्लांट के अलावा फूड पार्क की स्थापना करेगा। इसके लिए उसे जमीन आवंटित हो चुकी है। वहीं वीवो समेत कई कंपनियों ने उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन खरीदी है। जेवर में बनने वाले एयरपोर्ट के लिए भी कई विभागों में कर्मचारी चाहिए होंगे। हस्तशिल्प, हथकरघा उद्योगों के लिए भी यहां जमीन मांगी गई है। आचार संहिता हटने के बाद इस पर फैसला होना है।

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