चार साल में पलायन रोकने और सात साल में लोगों के गांव की तरफ लौटने का लक्ष्य निर्धारित, स्किल डेवलपमेंट व स्टार्ट अप योजनाएं बनेंगी जरिया

देहरादून: इंगेजिंग यंग इंडिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में विभिन्न कार्य कर रही है। स्किल डेवलपमेंट के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। अगले सात साल में लोग पहाड़ों में वापस लौटने लगेंगे।

सुभाष नगर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चुनिंदा पॉलीटेक्निक, आइटीआइ, इंजीनियरिंग व नर्सिग कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित कर रही है। उच्चतर शिक्षा चयन आयोग, मेडिकल चयन आयोग व माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से भी भर्तियां की जाएंगी। बताया कि पिछले 14 सालों में जितने विभागीय ढांचे स्वीकृत किए गए, उतने पिछले दो सालों में ही स्वीकृत कर दिए गए हैं। सरकार 50 हजार युवाओं को उद्यमी बनाने जा रही है। स्टार्ट अप में राज्य की विभिन्न योजनाओं को समाहित किया जा रहा है। कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को जीवंत करने के लिए छोटी-छोटी शुरुआत की गई हैं। चार साल में पलायन रोकने और सात साल में लोगों के गांव की तरफ लौटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हड़तालों के संबंध में उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं को योजनाबद्ध तरीके से दूर किया जा रहा है। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजिका आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार, नितेश कौशिक, डॉ. बृजमोहन, आयुष शर्मा मौजूद रहे।

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