रुद्रपुर : सालों तक देश की रक्षा करने वाले सैनिक रिटायरमेंट के बाद के खाली नहीं रहेंगे। उन्हें विविध क्षेत्रों में सम्मानजनक आजीविका का अवसर मिलेगा। नौकरी के अलावा स्वरोजगार स्थापित कर दूसरों को भी रोजगार दे सकेंगे। स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत पूर्व सैनिकों के लिए उद्यमिता एवं कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत हुई है। सैन्य बाहुल्य राज्य के पौने दो लाख पूर्व सैनिक और वीर नारियों के साथ ही उनके आश्रितों के लिए प्रशिक्षण लेकर रोजगार हासिल करने का मौका है। खासतौर पर सेना से रिटायर और अकुशल माने जाने वाले जीडी सैनिकों के लिए प्रशिक्षण के बाद रोजगार हासिल करने के मौके बढ़ जाएंगे।
मिशन के तहत अनुबंधित संस्थानों में विविध विषयों का अल्पकालीन प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि 60 घंटे या फिर दो से लेकर तीन माह होगी। प्रशिक्षण में सफल घोषित होने पर रोजगार की गारंटी होगी। उन्हें रोजगार कार्ड दिया जाएगा। यह राष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगा। इससे उन्हें अपने घर और आसपास ही नहीं बल्कि देश भर में काम करने का मौका मिलेगा। जिलों में सेवायोजन अधिकारी को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बोर्ड को योजना के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रशिक्षण लेने के लिए सेवायोजन कार्यालय से संपर्क करना होगा।
प्रशिक्षण में शामिल होंगे ये मुख्य विषय
फिटिंग, वेल्डिंग, मैकेनिक, टेलीकॉम, इलेक्ट्रीशियन, आपदा प्रबंधन, कंप्यूटर रिपेयरिंग, हेवी ड्राइविंग कोर्स, पर्यटन एवं आतिथ्य प्रशिक्षण, कंप्यूटर हार्डवेयर व साफ्टवेयर
प्रशिक्षण लेने वालों को मिलेगा भत्ता
रुद्रपुर : घर से दूर किसी केंद्र में प्रशिक्षण लेने पर होने वाले खर्च और आर्थिक समस्या की चिंता भी नहीं करनी पड़ेगी। प्रशिक्षणार्थियों प्रतिमाह ढाई हजार रुपये भत्ता भी दिया जाएगा।
पूर्व सैनिक और आश्रित स्किल डेवलपमेंट मिशन का लाभ उठा सकते हैं। इससे विविध क्षेत्रों में कार्यकुशलता आएगी। उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। खासतौर पर रिटायर जीडी सैनिकों के लिए रोजगार के मौके बढ़ जाएंगे।
Note: News shared for public awareness with reference from the information provided at online news portals.