महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में इस साल से दसवीं की परीक्षा में कोई भी छात्र फेल नहीं कहलाएगा। राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पुरस्कार वितरण समारोह में इसकी घोषणा की। महाराष्ट्र संभवतः देश का पहला राज्य होगा, जहां दसवीं की परीक्षा में फेल होने वाले बच्चों की मार्कशीट में फेल की बजाय “प्रमोटेड फॉर स्किल डेवलपमेंट” लिखा जाएगा। माना जा रहा है कि इससे बच्चों पर परीक्षा का दबाव खत्म हो जाएगा। इस तरकीब को इसी सेशन से लागू करने का फैसला किया गया है।
शिक्षामंत्री ने कहा कि फेल होने पर बच्चे बुरी संगत में पड़कर अपराध की दुनिया में चले जाते हैं इसलिए उन्हें किसी काम की ट्रेनिंग देकर उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जानी चाहिए। तावड़े ने बताया कि एसएससी बोर्ड में औसतन 96 फीसदी बच्चे पास होते हैं और 4 फीसदी रह जाते हैं। इस बार ऐसे बच्चों की सरकार की तरफ से वन टू वन कैरियर काउंसलिंग की जाएगी। उनमे क्या हुनर हैं यह जानने के बाद सभी को नेशनल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल (National Skill Development Council) में 2 साल के स्किल डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने के लिए कहेंगे। मतलब महाराष्ट्र में 96 प्रतिशत बच्चों की कक्षा 10 की मार्कशीट पर ” पास फॉर इलेवन ” और 4 प्रतिशत बच्चों की कक्षा 10 की मार्कशीट पर “प्रमोटेड फॉर स्किल डेवलपमेंट ” लिखा होगा। अब किसी की भी मार्कशीट पर 10 वीं फेल का ठप्पा नहीं होगा।
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