मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपोलो मेडस्किल्स के “दीन दयाल उपाध्याय-कौशल विकास योजना केंद्र” तथा कौशल एवं आजीविका विकास मेले का किया उद्घाटन

देहरादून : उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज सहसपुर, देहरादून में अपोलो मेडस्किल्स के ’’दीन दयाल उपाध्याय-कौशल विकास योजना केंद्र’’ तथा कौशल एवं आजीविका विकास मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि, ’’उत्तराखंड राज्य में बेरोजगारी दूर करने की दिशा में कौशल विकास एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इससे संपूर्ण राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्राप्ति में सहायता मिलेगी। इसके लिए राज्य भर में कौशल विकास केंद्र स्थापित किये गये हैं तथा और भी बहुत से केंद्र स्थापित किये जाने की योजना है, जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बेरोजगार युवाओं को सुनिश्चित रोजगार की गारंटी दी जाती है।’’

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ साथ सहसपुर के विधायक श्री सहदेव पुंडीर, विकासनगर के विधायक श्री मुन्ना सिंह चैहान ने भी कौशल विकास योजनाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसमें प्रशिक्षण की गुणवत्ता के साथ साथ प्रमाणीकरण भी भारत सरकार के सेक्टर स्किल काउंसिल के माध्यम से दिया जाता है जिसकी विश्व भर में मान्यता है और जिसे प्राप्त करने के बाद युवा संपूर्ण विश्व में रोजगार प्राप्त करने का अधिकारी हो जाता है।

उन्होंने कौशल विकास योजनाओं की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी योजनाएं युवाओं को अपने पैरों पर खड़े होने का संबल प्रदान करती हैं जिससे उनका आत्मसम्मान बढ़ता है और पूरे परिवार में खुशहाली आती है। उत्तराखंड राज्य में संप्रति 288 प्रशिक्षु इस परियोजना का लाभ ले रहे हैं। जिसमें अपोलो मेडस्किल के देहरादून स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर हेल्थकेयर से संबंधित ट्रेड जैसे ब्लड बैंक टेकनिशियन, इमरजेंसी लैब टेकनिशियन, डायलिसिस टेकनिशियन में 140 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आगामी माह में इसकी क्षमता 140 से बढ़ाकर 270 की जानी है। उत्तराखंड को वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5000 युवाओं को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य दिया गया है।

इस समय उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से राज्य भर में कुल 10 बड़ी बड़ी कंपनियों को परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में चयनित कर कौशल विकास केंद्र की स्थापना करते हुए कुल 5000 युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य दिया गयाहै। 5 मई 2018 तक कुल 7 प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जा चुकी है जहां 455 प्रशिक्षु हेल्थकेयर, हाॅस्पिटिलिटी, स्टोर असिस्टेंट, अन आर्मड सिक्युरिटी, रिटेल एवं एकाउंट तथा कुक जेनरल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ये केंद्र देहरादून, हरिद्वार, भीमताल, हलद्वानी, कोटद्वार, यमकेश्वर जैसे स्थानों पर स्थापित किये गये हैं जहां युवकों तथा युवतियों को आवासीय प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। इस अवसर पर ग्राम्य विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमति मनीषा पंवार ने ग्राम्य विकास विभाग की ओर से चलाई जा रही परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी तथा प्रभारी सचिव डाॅ0 पंकज कुमार पांडेय जी ने मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर राज्य परियोजना प्रबंधन ईकाई, ग्राम्य विकास अभिकरण, ग्रामीण विकास विकास विभाग, उत्तराखण्ड सरकार के मुख्य क्रियान्वयन अधिकारी, डा. प्रभाकर बेबनी भी विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे।

News Courtesy : Atishai Saxena, SPMU Team, USRLM, Government of Uttrakhand