हिसार : उपायुक्त निखिल गजराज ने जिला सभागार में आयाजित अधिकारियों की बैठक में आइटीआइ के विद्यार्थियों को विभिन्न विभागों में अप्रेंटिसशिप पर रखने के कार्य की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों को 25 जनवरी तक निर्धारित संख्या में आइटीआइ विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप पर रखने के निर्देश दिए। बैठक में सीटीएम शालिनी चेतल और आइटीआइ के प्रशिक्षक भी मौजूद थे।
उपायुक्त ने बताया कि नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम के तहत प्रदेश सरकार ने योजना बनाई है कि सभी सरकारी विभागों में कुल कार्यरत स्टाफ के 10 प्रतिशत के बराबर आइटीआइ पास विद्यार्थियों को प्रशिक्षण पर रखा जाएगा।
इसके तहत पूर्व में कई बैठकें हो चुकी हैं और यह कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी ली कि किस विभाग ने अब तक अपने यहां कितने विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप पर रखा है। उपायुक्त ने कहा कि योजना के अनुसार अप्रेंटिसशिप पर रखे जाने वाले विद्यार्थियों को विभाग द्वारा लगभग 7 हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा। मानदेय के लिए आवश्यक राशि का प्रबंध करने के लिए उन्होंने सभी विभागों को अपने मुख्यालय से बजट मांगने के निर्देश दिए।
विद्यार्थियों को अपने व्यवसायिक कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त करने का उचित अवसर मिलने के साथ-साथ विभागों को भी अपने कार्यों के संचालन में मदद के लिए कर्मचारी उपलब्ध हो सकेंगे। विभागों में रखे जाने वाले सभी विद्यार्थियों की प्रतिदिन सही हाजिरी लगवाना भी जरूर सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी विभाग अप्रेंटिसशिप विद्यार्थियों के संबंध में प्रतिमाह अपने मुख्यालय में भेजी जाने वाली रिपोर्ट की एक-एक प्रति आइटीआइ व उपायुक्त कार्यालय में भी जरूर भिजवाएं।
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. डीएस सैनी, हांसी नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र ¨सह, एक्सईएन रमेश यादव, डीआइपीआरओ पारू लता, बीडीपीओ जयपाल ¨सह, खजाना अधिकारी नरेंद्र ¨सह, बीएंडआर विभाग से बीएस खोखर, आइटीआइ के जीआइ रमेश कुमार, राजपाल, मनोहर व सतीश कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे।
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