देवघर : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अब सिर्फ डिग्री से काम नहीं चलेगा। हुनर भी जरूरी है। दुनिया तेजी से बदल रही है। ऐसे में हुनरमंदों को ही कामयाबी मिलेगी। सरकार की मंशा कुशल झारखंड बनाने की है। इसके तहत 9वीं व 10वीं कक्षा के बच्चों को अब स्कूल में ही हुनरमंद बनाया जाएगा। प्रखंड स्तर पर कौशल विकास केंद्र खोला जाएगा। इससे गांव के बच्चे-बच्चियों का कौशल विकास होगा और गरीबी दूर होगी।
मुख्यमंत्री बुधवार को देवघर के मधुपुर अनुमंडल अंतर्गत चेतनारी गांव में संताल परगना के छह औ1द्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षण सत्र के उद्घाटन अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि कौशल विकास से ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। नौकरी सीमित है इसलिए युवा इसके पीछे नहीं भागें। अपने कौशल का विकास कर स्वरोजगार करें। कुटीर उद्योग लगाकर युवा दूसरों को नौकरी दे सकते हैं। प्रधानमंत्री के विकास का सपना झारखंड सच करेगा। कहा कि विकास में कई भेदभाव नहीं होगा। अल्पसंख्यकों को अब तक सिर्फ वोट के लिए उपयोग किया जाता रहा है। अब ऐसा नहीं चलेगा। विकास में सभी बराबरी के हिस्सेदार होंगे।
उन्होंने आइटीआइ को जमीन देने के लिए बासुदेव गुटगुटिया को धन्यवाद दिया। बुधवार को राज्य में एक साथ 12 आइटीआइ का उद्घाटन हुआ। सीएम ने देवघर से छह, केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत व स्पीकर दिनेश उरांव लोहरदगा में, मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने पलामू के सतबरवा में उद्घाटन किया।
शीघ्र बनेगा आइटीआइ छात्रावास : मंत्री
श्रम नियोजन मंत्री राज पलिवार ने कहा कि प्रदेश की रघुवर सरकार ने अपने कार्यकाल में विकास की नई इबारत लिख दी है। श्रम मंत्रालय को इसी विकास की रफ्तार ने देश में पहला स्थान पर ला खड़ा किया है। कहा कि मधुपुर में जल्द ही आइटीआइ छात्रावास बनेगा।
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